*संदेश*
विधा : गीत
नींद आती नहीं,
चैन पाते नहीं ।
फिर भी तड़पाने से,
बाज आते नहीं।
थोड़ा सा बदलो,
अपना तुम दृष्टिकोण।
कुछ तो जैनधर्म का,
अनुसरण करो।।
खुद जीओ औरों को,
भी जीने दो।
महावीर स्वामी का संदेश,
जीवन में अमल करो।
छोड़कर हिंसा को,
अहिंसा पर चलो।
और जीवन को अपने,
सफल बना लो।।
दूसरे की लोकप्रियता से,
तुम मत जलो।
बने जहां तक,
औरों की मदद करो।
और इंसानियत को,
जिंदा दिल में रखो।
अपने कर्तव्यों से,
मुँह मत फेरो।।
जिंदगी की हकीकत,
तुम जान लो।
फर्ज ईमान का,
तुम निभाते चलो।
दिलों में प्यार,
अपने जागते चलो।
प्यार की दुनियां,
तुम बसते चलो।।
इंसानियत को जिंदा,
इंसानों में रखो।
भाईचारे का माहौल,
बना के रखो।
एक दिन तेरी,
करनी रंग लाएगी।
और फिरसे हमसब,
चैन से रह पाएंगे।।
जय जिनेन्द्र देव की
संजय जैन (मुम्बई)
07/02/2020
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें