संजय जैन(मुम्बई)

*मिलन*
विधा : कविता


जब हम होंगे, तुम्हारे पास तो।
कयामत निश्चित ही,
तुम्हारे दिलमें आएगी।
धड़कने दिलों की,
मानो थम जाएगी।
जब चांदनी रातमें,
होगा दिलोंका संगम।
तो दिलों के,
बाग लहरा उठेंगें।
और अमन चैन, 
के फूल खिलेंगे।
तो मचलते दिलको, 
जरूर शांति मिलेगी।।


दिल की यही, 
खासियत होती है।
जब वो मचलता, 
या पिघलता है।
तब दिन रात, 
नहीं देखता है ।
बस उसी के बारे, 
में सोचता है।
जिस पर उसका, 
दिल आता है।
तभी तो धड़कनों में, 
शमा जाता है।।


मोहब्ब्त में कामयाब, 
वो ही होते है।
जो छोड़कर वासना,
चहात दिलमें रखते है।
और अपने प्यारको,
दिलसे अपनाते है।
तभी प्यार जैसे, 
पवित्र रिश्ते को।
जिंदगी भर दिलसे,
निभा पाते है।
और स्नेह प्यार, 
अपनो का पाते है।।


जय जिनेन्द्र देव की
संजय जैन(मुम्बई)
28/02/2020


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