संजय जैन (मुम्बई)

*ऋतुओं का महत्व*
विधा: गीत


प्रकृति की देन ये देखो
तीन ऋतुओं से इसे भरा।
गर्मी सर्दी और बरसात
सबका अपना अपना है महत्व।


सबसे पहले बात हम करते,
गर्मी महारानी की।
इस ऋतु में सब फसलों को,
पका देती अपनी इस गर्मी से।
इसी ऋतु में सबसे ज्यादा,
फल हमे खाने को मिलते है।
जितने खा सकते है खाते,
बाकी सुखाकर रख लेते है।
और उन्हें फिर पूरे साल, हम सब खाते रहते हैं।
इसलिए गर्मी ऋतु का 
बहुत महत्व होता है।।


अब हम आगे बात करते, 
बर्षा महारानी का।
इसका काम बहुत कठिन
और दुखदायी भी है।
जो भूमि के पानी को गर्मी
भाप बनकर उड़ाती है।
इसी मौसम में वो पानी को
वर्षा ऋतु गिरती है।
और गर्मी से भूमि और लोगो को ठंडक पहुंचती है।
और भूमि के अंदर से 
हरियाली को लहराती है।
यदि ज्यादा वर्षा हो जाये तो
विनाश सब कुछ हो जाता है।
और यदि कम हो जाये तो
भी विनाश होता है।।


अब हम आगे बात करते 
सर्दी महारानी की।
जो देती लोगो के जीवन मे
बहुत बड़ी खुशाली को।
सब कुछ शांति भाव से
इस ऋतु में सब चलता।
इंसान और प्राणीओ को,
ये ऋतु बहुत भाती हैं।
इसलिए इस ऋतु में 
फल बीज आदि बोये जाते है।
जिसका फल हम सभी को
गर्मियों की ऋतु में मिलता है।।


जय जिनेन्द्र देव की
संजय जैन (मुम्बई)
23/02/2020


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