भोजपुरी देवी गीत-3-दे दा दरसनवा माई |
तोहरे चरनिया अइली माई ,
बनिके भिखरिया न हो |
दे दा दरसनवा माई,
भरी के नजरिया न हो |
चरण के धूर माई सिरवा चढ़ाई |
धोई के चरनिया माई अमरित बनाई |
दे दा दरसनवा माई,
अइली माई के नगरिया न हो |
अपने बलकवा गोदीया उठाला |
सगरो जनमवा माई पपवा मिटा ला |
करी दा जतनवा माई ,
सवारा मोर ऊमीरिया न हो |
तोहरे कीरपा दुख दूर होई जाई |
पूरा होई मनसा सफल जिंनगी होई जाई |
खोला तू नयनवा माई ,
खोला तू नयनवा माई ,
मिटावा दुख शारीरिया न हो |
दे दा दरसनवा माई,
भरी के नजरिया न हो |
श्याम कुँवर भारती (राजभर )
कवि /लेखक /गीतकार /समाजसेवी ,मोब 9955509286
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