भोजपुरी पारंपरिक होली गीत 6- जागा जागा हे महादेव |
जागा जागा हे महादेव अइले फागुन के महीनवा |
लगावे लोगवा भोला रंगवा अबिरवा |
जागा जागा हे महादेव |
पार्वती जगावे संग कार्तिक गणेश जगावे |
नंदी जगावे जोरी जोरी करवा |
जागा जागा हे महादेव |
ब्र्म्हा विष्णु अइले ,विनवा बजावत नारद अइले |
गाई गाई फगुआ नारद थकी गइले गरवा |
जागा जागा हे महादेव |
फू फू फूहकारी भोला नाग देव जगावे |
डम डम बाजत डीम डमरू जी जगावे |
ठाड़े ठाड़े त्रिशूलवा दबावे भोला गोड़वा |
जागा जागा हे महादेव |
जटवा उतरी गंगा भोला गोड़वा पखारे |
चम चम चमकी चन्दा मथवा निहारे |
तबों नहीं जागे भोला बीते फागुन के महीनवा |
जागा जागा हे महादेव |
हारी थकी देवलोग भांग पिसे लागल |
केहु लिआवे धतूरा केहु गाँजा लेवे भागल |
सबकर भक्ति देखि शिव खुल गइले नयनवा |
जागा जागा हे महादेव अइले फागुन के महीनवा |
श्याम कुँवर भारती (राजभर )
कवि /लेखक /गीतकार /समाजसेवी
मोब।/व्हात्सप्प्स -9955509286
"काव्य रंगोली परिवार से देश-विदेश के कलमकार जुड़े हुए हैं जो अपनी स्वयं की लिखी हुई रचनाओं में कविता/कहानी/दोहा/छन्द आदि को व्हाट्स ऐप और अन्य सोशल साइट्स के माध्यम से प्रकाशन हेतु प्रेषित करते हैं। उन कलमकारों के द्वारा भेजी गयी रचनाएं काव्य रंगोली के पोर्टल/वेब पेज पर प्रकाशित की जाती हैं उससे सम्बन्धित किसी भी प्रकार का कोई विवाद होता है तो उसकी पूरी जिम्मेदारी उस कलमकार की होगी। जिससे काव्य रंगोली परिवार/एडमिन का किसी भी प्रकार से कोई लेना-देना नहीं है न कभी होगा।" सादर धन्यवाद।
श्याम कुँवर भारती (राजभर ) कवि /लेखक /गीतकार /समाजसेवी
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