भोजपुरी देश भक्ति होली गीत -5 सिमवा पर ठाड़ हम जवनवा |
हम तोडब तोहरो गुमनवा हो |
सिमवा पर ठाड़ हम जवनवा |
बेरी बेरी करेला काहे हमसे तू झगड़ा |
हम फोरब कपार तोहार पाकिसतनवा हो |
सिमवा पर ठाड़ हम जवनवा |
चिनवा सहकावल तू घमन्ड खूब करेला |
होलिया मे गोलीया से खेलब दुशमनवा हो |
सिमवा पर ठाड़ हम जवनवा |
अँखिया देखवा जनी हमरे भारत देशवा |
फागुन मे फाड़ डेब तोहरो सिनवा हो |
सिमवा पर ठाड़ हम जवनवा |
हम हिन्दुस्तानी हमके ललकारा जनी बाबू |
खुनवा से रङ्गब टोहरों फगुनवा हो |
सिमवा पर ठाड़ हम जवनवा |
अबो त सुधार जा माना हमरो बतिया |
घुसी घरवा उजाडब तोर मकनवा हो |
सिमवा पर ठाड़ हम जवनवा |
श्याम कुँवर भारती (राजभर )
कवि /लेखक /गीतकार /समाजसेवी
मोब।/व्हात्सप्प्स -9955509286
"काव्य रंगोली परिवार से देश-विदेश के कलमकार जुड़े हुए हैं जो अपनी स्वयं की लिखी हुई रचनाओं में कविता/कहानी/दोहा/छन्द आदि को व्हाट्स ऐप और अन्य सोशल साइट्स के माध्यम से प्रकाशन हेतु प्रेषित करते हैं। उन कलमकारों के द्वारा भेजी गयी रचनाएं काव्य रंगोली के पोर्टल/वेब पेज पर प्रकाशित की जाती हैं उससे सम्बन्धित किसी भी प्रकार का कोई विवाद होता है तो उसकी पूरी जिम्मेदारी उस कलमकार की होगी। जिससे काव्य रंगोली परिवार/एडमिन का किसी भी प्रकार से कोई लेना-देना नहीं है न कभी होगा।" सादर धन्यवाद।
श्याम कुँवर भारती (राजभर ) कवि /लेखक /गीतकार /समाजसेवी
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