सुनीता असीम

मुक्तक
मंगलवार
११/२/२०२०


जिन्दगी का सही हिसाब करो।
पर बुराई से तुम हिजाब करो।
साथ  दे ज्ञान आपका  तब ही-
सार उसका अगर किताब करो।
***
सुनीता असीम


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