दो और दो पाँच....
सरकारी स्कूल की आँच
जैसे बच्चों के भविष्य काँच
एक दिन इंस्पेक्टर करने आए जाँच
एक छात्र से पूछा
"दो और दो कितने हुए "? "
छात्र ने कहा पाँच
मास्टर आगे आया
पीठ थपथपा छात्र को बैठाया
इंस्पेक्टर बोला
"अरे ओ सत्यानाशी
गलत गणित पर देता शाबाशी "
मास्टर मिमियाने लगा
"क्यों होते हो नाराज़ "? "
बतला दूंगा आपको इस छात्र का राज.
कल जब आप नहीं आए थे
तब दो और दो छः बतलाये थे
आज बतलाये पाँच,
प्रगति करता जाएगा
कल हुजूर यह स्वतः
चार पर आ जाएगा.
अगर यही हाल रहा "उड़ता "
तो समाज कहाँ चला जाएगा.
द्वारा - सुरेंद्र सैनी बवानीवाल
संपर्क - 9466865227
झज्जर (हरियाणा )
udtasonu2003@gmail.com
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