यशवंत"यश"सूर्यवंशी🌷       भिलाई दुर्ग छग

कुण्डलिया छंद



🥀टेडी दिवस🥀


 


टेडी वासर मानते,गांव शहर के लोग।
वेलेंटाइन डे बना,लगे प्रेम के रोग।।
लगे प्रेम के रोग,मनाने जनता सारी।
आया जैसा मास,बसंती मौसम प्यारी।।
कहे सूर्य यशवंत,खड़े हैं होकर रेडी।
प्रियवर हैं बेचैन,उपहार देने टेडी।।



🌷यशवंत"यश"सूर्यवंशी🌷
      भिलाई दुर्ग छग


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