*•••••••••••सुप्रभातम्••••••••••*
*चौपइया छंद*
जय जय माँ अम्बे, जय जगदम्बे, जय माँ अष्ट भवानी|
जय मंगल करणी, सब दुख हरणी, जय माँ जग कल्याणी||
जपुँ नाम तिहारो, काज सवाँरो, मैं बालक अज्ञानी|
हे शक्ति स्वरूपा, रूप अनूपा, अष्ट सिद्धि तू ज्ञानी||
मातंग पूजिता, तु भवप्रीता, भवमोचनि भयहारी|
सुभव्या अभव्या, माँ तू भाव्या, भक्तन के हितकारी||
माँ दुर्गतिनाशिनि, कमल आसनी, नव दुर्गे सुखकारी|
पुनि पुनि करजोरी,अस्तुति तोरी, सकल सिद्ध गुणकारी||
चंचल पाण्डेय 'चरित्र'
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