.............. बाल गीत................
आज के बच्चे , कल के कर्णधार।
आप पर ही है , इस देश का भार।
आपका पोषण,आपकाअधिकार।
आपकी शिक्षा के हम जिम्मेदार।
आपसे ही इस देश का उजियार।
आपसे ही हर तरह का चमत्कार।
आप से देश की प्रगति हर प्रकार।
आप निकालें देश से हर दुराचार।
खुद रहें , देश रहे "आनंद" अपार।
नहीं तो होगा देश का बंटाधार।
-- देवानंद साहा"आनंद अमरपुरी"
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