💐💐💐💐💐💐💐💐💐अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर:-
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नारी तुम केवल श्रद्धा हो ,
विश्वास रजत नग पग तल में।
पीयूष स्रोत सी बहा करो ,
जीवन के इस भूतल में।।
-----महादेवी वर्मा
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जवान हो या बुढ़िया ,
या नन्ही सी गुड़िया ।
कुछ भी हो औरत ,
जहर की है पुड़िया ।
--फ़िल्म"भाभी"का एक गीत
..................3..............
नारी शक्ति महान ।
जाने सकल जहान।
अपनी चिंताभी करे,
सबका करे कल्याण।
--देवानंद साहा"आनंद अमरपुरी"
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"काव्य रंगोली परिवार से देश-विदेश के कलमकार जुड़े हुए हैं जो अपनी स्वयं की लिखी हुई रचनाओं में कविता/कहानी/दोहा/छन्द आदि को व्हाट्स ऐप और अन्य सोशल साइट्स के माध्यम से प्रकाशन हेतु प्रेषित करते हैं। उन कलमकारों के द्वारा भेजी गयी रचनाएं काव्य रंगोली के पोर्टल/वेब पेज पर प्रकाशित की जाती हैं उससे सम्बन्धित किसी भी प्रकार का कोई विवाद होता है तो उसकी पूरी जिम्मेदारी उस कलमकार की होगी। जिससे काव्य रंगोली परिवार/एडमिन का किसी भी प्रकार से कोई लेना-देना नहीं है न कभी होगा।" सादर धन्यवाद।
देवानंद साहा"आनंद अमरपुरी"
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