विश्व महिला दिवस
मैं संकल्प सत्य कृत आराधक , सर्जन मूलक आधार स्वयं।
मैं महाकाल की शक्ति शिवा, परिणीता सुभग प्रसार स्वयं।।
मैं कहाँ पुरूष से होड़ करूँ, मेरा असितित्व विलक्षण शुचि,
मैं श्रद्धा वत्सल मूर्ति प्रखर, संस्कृति का शुभ आभार स्वयं।।
डॉ प्रखर दीक्षित
फर्रुखाबाद
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें