"श्री सरस्वती अर्चनामृतम'
वीणापाणी शारदा विद्या महा महान।
विपदाओं को भस्म कर हे माँश्री भगवान।।
करो भूमि-जगती को पावन।हो अवतरित दिखे तव आवन।।
पापाचार बढ़ गया है माँ।अत्याचार सब जगह है माँ।।
साधु-संत सब दुःखी यहाँ पर।महिषासुर की शक्ति यहाँ पर।।
गन्दे-मैले-कुत्सित दिखते।दानवता की हिस्ट्री लिखते।।
दुर्दिन दिखता आज यहाँ पर।भारी पड़ता दुष्ट सभी पर।।
करो कृपा हे मातृ सरस्वति।लाओ जग में शुभमय सद्गति।।
अब मत देर करो हे माता।शिव कल्याणी जगत विधाता।।
करो पापियों का वध माता।सन्तजनों से रख बस नाता।।
कोरोना को कुचलो माता।संकट काल भगा दो माता।।
साफ-स्वच्छ हो सारी जगती।पट जाये पुण्यों से धरती।।
शुभ सुकाल बन दर्शन दे माँ।हराभरा तन मन कर दे माँ।।
साफ-स्वच्छ वातावरण स्वस्थ सकल संसार।
विष से मुक्त करो जगत मिले अमी का प्यार।।
नमस्ते हरिहरपुर से---
डॉ०रामबली मिश्र हरिहरपुरी।
9838453801
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें