""मैँ कौन हूँ"'
मैँ मौन हूँ मैं मूक हूँ निः शव्द हूँ,
इतिहास हूँ भूगर्भ हूँ प्रारवद्ध हूँ,
मैँ नीति हूँ मैं रीति हूँ मैं प्रीति हूँ,
मैँ अर्थ हूँ मैँ भाव हूँ मैं शव्द हूँ।
मैँ ज्ञान हूँ विज्ञान हूँ मैं ध्यान हूँ,
मैँ शान हूँ अभिमान हूँ अज्ञान हूँ,
मैँ तेज हूँ निस्तेज हूँ मैं मेज हूँ,
मैँ मान हूँ अपमान हूँ अधिमान हूँ।
मैँ गगन हूँ मैं मगन हूँ मैं सुमन हूँ,
मैँ पवन हूँ मैं गमन हूँ मैं चमन हूँ,
मैँ सर्व हूँ मैं पर्व हूँ मैं गर्व हूँ,
मैँ शमन हूँ मैँ दमन हूँ मैं हवन हूँ।
मैँ राम हूँ घनश्याम हूँ निष्काम हूँ,
मैँ शिवा हूँ शिवशंकरा शिवधाम हूँ,
मैँ उमा हूँ मैं रमा हूँ मैं प्रतिम हूँ,
मैँ शमा हूँ मैं क्षमा हूँ अप्रतिम हूँ,
मैँ मेघ हूँ मैं वारि हूँ मैं भूमि हूँ,
मैँ ब्रह्म हूँ मैं माय हूँ मैं महिम हूँ।
मैँ प्रश्न हूँ मैं जश्न हूँ खुद उत्तरा,
मैँ सहज हूँ अति क्लिष्ट हूँ अति सुंदरा,
मैँ वॄष्टि हूँ मैं सृष्टि हूँ मैं दृष्टि हूँ,
मैँ कौन हूँ खुद मौन हूँ मैं बेघरा।
नमस्ते हरिहरपुर से---डॉ०रामबली मिश्र हरिहरपुरी ।
9838453801
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