डॉ०रामबली मिश्र हरिहरपुरी

"नौ -रात्र मिटायेगा कोरोना"
           (वीर छंद)
जब होता है अत्याचार, असुरों की जब फौज खड़ी हो.,
जब मानवता संकट -ग्रस्त,सन्तों का जब हो उत्पीड़न.,
जब जब बढ़ता पापाचार, हत्यारे आजाद घूमते.,
मतवाले हाथी की भाँति, हो मदान्ध कामान्ध पतित जब.,
होता तब दुर्गा अवतार,कोरोना का वध करने को.,
पीतीं माँ असुरों का खून, बनी कालिका रणक्षेत्र में.,
चंड-मुंड का करतीं नाश, चामुण्डा बन सहज मचलतीं.,
तुम्ही सृष्टि स्थिति संहार, हे माँ दुर्गे सिंहवाहिनी.,
आया है पावन नौरात्र, कोरोना-राक्षस को वध दो.,
अब विलम्ब मत करो हे मातृ, रक्षा कर मानवता की अब.,
असुर-कोरोना को अब काट,रहने मत दो उसको जिन्दा.,
लेकर अपने कर में खड्ग, हत्या कर माँ कोरोना का.,
रच दो सुन्दर स्वस्थ समाज, वर दे वर दे हे माँ दुर्गे.,
भक्तों की विनती स्वीकार, कर लो मातेश्वरीकृपालू.,
कोरोना को कभी न छोड़, टूट पड़ो अब उसके ऊपर.,
हम मानव अब हैं भयभीत, बनी सुरक्षा कवच आइये।


नमस्ते हरिहरपुर से---


डॉ०रामबली मिश्र हरिहरपुरी
9838453801


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