एस के कपूर* *श्री हंस।।।।।बरेली

*चाहो तो छू सकते हो आसमान।।*
*।।मुक्तक।।।।।।।।।।।।।।।।*


हौंसला    सितारों  को  भी 
करीब ले  आता   है।


हिम्मत   से  आदमी   चाँद 
पर पहुँच   जाता   है।।


साहस से  निर्जीव में प्राण
आ   जाते  हैं   दुबारा।


जो करता काम मनआत्मा 
से मंज़िल वही पाता है।


*रचयिता।।।।।एस के कपूर*
*श्री हंस।।।।।बरेली।।।।।।।।।।*
मोब  9897071046।।।।।।।।।
8218685464।।।।।।।।।।।।।।


कोई टिप्पणी नहीं:

Featured Post

दयानन्द त्रिपाठी निराला

पहले मन के रावण को मारो....... भले  राम  ने  विजय   है  पायी,  तथाकथित रावण से पहले मन के रावण को मारो।। घूम  रहे  हैं  पात्र  सभी   अब, लगे...