*पर्वों का पर्व ,,, होली त्योहार*
*मुक्तक*
मिल मिल कर गले खूब
रंग लगाते हैं लोग।
हर कदम कदम पर खूब
होली जलाते हैं लोग।।
तभी मानेंगे जब नफरत की
दीवारें जलेंगी दहन में।
तभी लगेगा कि सच में सच्ची
होली मनाते हैं लोग।।
*रचयिता।एस के कपूर श्री हंस*
*बरेली*
मो 9897071046
8218685464
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