एस के कपूर श्री हंस।बरेली

*महामारी कॅरोना को हराना है।*



महामारी से सबको बचाना है।
हाथ    अब   नहीं  मिलाना है।।
घर   के   बाहर नहीं जाना है।
*कॅरोना    को हमें   हराना  है।।*


दिन भर हाथ को साफ करो।
गले  मिलने  को माफ करो।।
बस   दूर   से ही  लाफ करो।
*कॅरोना   को  हाफ     करो।।*


कॅरोना खुद अंदर आता नहीं है।
जब कोई जाकर बुलाता नहीं है।।
सावधानी   वह  लाता   नहीं  है।
*कॅरोना की जांच कराता नहीं है।।*


दुनिया को योग नमस्ते सीखा रहे हैं।
जनता कर्फ्यू का    पाठ पढ़ा रहे हैं।।
आना जाना सब    बंद   करा रहे हैं।
*सेवा सेनानियों का हौंसला बढ़ा रहे हैं।।*


हर  जगह साफ  सफ़ाई हो रही है।
क्या लक्षण बात बतलाई हो रही है।।
दूर से ही   अब सुनवाई हो  रही है।
*कॅरोना से खूब लड़ाई हो रही है।।*


कॅरोना    अदृष्टि गत     महा दानव है।
आतंकित इससे सम्पूर्ण जग मानव है।।
मानवता सफाया इसका मनभावन है।
*पर संकल्प सयंम से हारता ये रावण है।।*


भारत  ने पकड़ी  विश्व  की   मशाल है।


आत्म अनुशासन  हमारा बेमिसाल है।।
बस कॅरोना से जंग ही एक सवाल  है।
*हराकर कॅरोना को कायम करनी मिसाल है।।*


घर पर रहना करना अपना काम है।
भीड़ भाड़ से बचना ही  एतराम है।।
तभी लग  सकता इस पर विराम है।
*महामारी कॅरोना का करना काम तमाम है।।*


*रचयिता।एस के कपूर श्री हंस।बरेली।*
मो   9897071046
       8218685464


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