*कॅरोना पर पानी विजय संकल्प*
*और संयम से।*
*कॅरोना के खिलाफ जारी है*
*बहुत बडी लड़ाई।*
*जितनी जल्दी समझ लें इसी*
*में है बहुत भलाई।।*
*देहांत से ज्यादा तोअच्छा है हम*
*सब का एकांत वास।*
*इसी सावधानी में ही छिपी है*
*जिंदगी की सुनवाई।।*
*यदि जिंदा रहना चाहते हो तो*
*डरना जरूरी है।*
*घर में ही हमेशा रहना हमारी*
*समझो मजबूरी है।।*
*इटली की गलती से सीख कर*
*जरूरी है दूरी।*
*पर अगर बरती हमने लापरवाही*
*तो हमारी मगरूरी है।।*
*आँखों से आँखें चुराते रहो और गले*
*मत लगाते रहो।*
*हर किसी को भी ये बात जरूर*
*तुम बताते रहो।।*
*मास्क लगाना और सनेटाइज़र का*
*प्रयोग है जरूरी।*
*भीड़ भाड़ से भी हमेशा खुद को*
*बचते बचाते रहो।।*
*अब हाथ धो कर इस महामारी के*
*पीछे पड़ जाना है।*
*स्टेज थ्री में जाने से पहले देश को*
*रोका जाना है।।*
*प्रभु से प्रार्थना और घर में ही करनी*
*है पूजा अर्चना।*
*संकल्प और संयम से कॅरोना को*
*दूर भगाना है।।*
*जान है तो जहान है और यह जीवन*
*बहुत महान है।*
*घर से बाहर निकले तो सामने ही बस*
*कॅरोना की खान है।।*
*लॉक डाउन , कर्फ्यू का पूर्ण पालन*
*है बहुत ही जरूरी।*
*बचाव ही इलाज बस वही अब तो*
*सच्चा इंसान है।।*
*रचयिता व अनुरोध कर्ता।*
*एस के कपूर "श्री हंस"।*
*बरेली।*
*मो 9897071046*
*8218685464*
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