*।।मित्रता पूँजी सबसे बड़ी।।*
*।।।।।।।।।।मुक्तक।।।।।।।।।*
तमाम उम्र ही गुजर जाती,
दोस्ती को बनाने में।
पर पलभर की देर नहीं लगती,
उसको गवांने में।।
ताजिंदगी लगा दीजिये आप,
निभाने में रिश्तों को।
सच्ची दोस्ती दौलत सबसे बड़ी,
आज भी इस ज़माने में।।
*रचयिता।।।।एस के कपूर श्री*
*हंस।।।।।बरेली।।।।।।।।।।।*
मोब।। 9897071046 ।।।।
8218685464 ।।।।।।।।।।।
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