एस के कपूर श्री* *हंस।बरेली।

*तेरी कहानी हमेशा जिंदा रहे।*
*मुक्तक*


हमेशा जोशो जनून खून 
में  रवानी   जिंदा     रहे।


हर  मुश्किल में  भी  तेरी
जिंदगानी     जिंदा   रहे।।


कम न हो तेरी आँखों की
चमक दुखों के  साये  में।


करो कुछ यूँ कि   मर कर
भी तेरी कहानी जिंदा रहे।।


*रचयिता।एस के कपूर श्री*
*हंस।बरेली।*
मो  9897071046
      8218685464


कोई टिप्पणी नहीं:

Featured Post

दयानन्द त्रिपाठी निराला

पहले मन के रावण को मारो....... भले  राम  ने  विजय   है  पायी,  तथाकथित रावण से पहले मन के रावण को मारो।। घूम  रहे  हैं  पात्र  सभी   अब, लगे...