एस के कपूर* *श्री हंस।बरेली

*जिन्दगी(हाइकु)*


सवाल भी है
यात्रा ऊपर नीचे
जवाब भी है


जीवन भाषा
बिना रुके चलना
ये  परिभाषा


रूठो मनाना
कभी खुशी या गम
जोश जगाना


भागती दौड़
यहाँ अनेक मोड़
मची है होड़


जिंदगी जंग
बहुत निराली है
होते हैं दंग


घृणा ओ प्यार
हर  रंग  इसमें
हो      एतबार


रूप अजब
अद्धभुत है यह
है ये गज़ब


*रचयिता।एस के कपूर*
*श्री हंस।बरेली।*
मो   9897071046
       8218685464


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