एस के कपूर* *श्री हंस।बरेली

*विविध हाइकु।।।।।*


दोस्ती संबंध
चले यकीन से ही
ये अनुबंध


ये हो दस्तूर
दुनिया में जीने को
प्रेम जरूर


ये इकरार
निभाना जरूरी है
नहीं इंकार


नहीं बिखरो
संघर्ष से संवरो
तुम निखरो


एक दस्तूर
प्रेम हो भरपूर
बने दस्तूर


कीमती शय
यकीन की दौलत
टूटे न वह


*रचयिता।एस के कपूर*
*श्री हंस।बरेली।*
मो    9897071046
       8218685464


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