छंद -कोरोना आघात पर
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चाल सारी थम गयी ,दुनियां ही जम गयी,
सिंधु में थिरकती जो ,कस्तियाँ उजड़ गयी ।
पैग सैग टूट गए ,लैग वैग छूट गए ,
मौज घट फूट गए , मस्तियाँ उजड़ गयी ।।
कोरोना विषाणु हुआ ,बम परवाणू हुआ ,
फ्रांस रोम इटली की , हस्तियाँ उजड़ गयी ।
ठप्प हुआ कारोवार , भूख प्यास की है मार ,
दिहाड़ी मजूरों की तो ,बस्तियां उजड़ गयी ।।
हलधर -9897346173
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