जुगेश चंद्र दास कोरोना

मित्रों,
सादर सुप्रभात,🙏🙏🙏🙏
आप कैसे हैं? हां हमेशा स्वस्थ रहिए, मस्त रहिए और घर में रहिए।एक महत्वपूर्ण सूचना आपके घर के बाहर एक अतिथि आया है बहुत दूर से लेकिन घर से मत निकलना छूत अतिथि उसे छूने आप संकट में आ जायेंगे। रहने दो 12 घंटे बाद खूद बखूद खत्म जायेगा।
     आइए उस अतिथि के बारे में कुछ जानकारी और......


        अतिथि


आपके घर के बाहर अतिथि
कोरोना आया है,
रेलिंग,ग्रील, नोट आदि में
आसन जमाया है।


ओ एक सूक्ष्म सा प्राणी है,
दुश्मन ओ जानी है।
आत्म सम्मान से भरा बड़े
ही स्वाभिमानी है।


जब तक आप घर से नहीं
निकलेंगे,
प्यार से सिर पर हाथ नहीं
फेरेंगे।
तब तक उसे आपका आतिथ्य
स्वीकार नहीं करना है,
इसीलिए जरुरी न हों तो घर से
नहीं निकलना है।


ऐसा न सोचना कि संडे को ही
घर में रहना है।
सूक्ष्म जीव से खतरे की गंभीरता
को समझना है।


ओ इंडिया संडे मनाने नहीं
दुश्मन अपना काम करने
आया है।
एक एक मानव को मार
विश्व विजेता नाम करने
आया है।


  ‌           जुगेश चंद्र दास


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