🙏🌹नव संकल्प🌹🙏
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जीवन में कुछ करना है तो
नये नये संकल्प लेने होंगे,
नयी-नयी आशायें
नव स्वप्न हम रोज बुन चलें
नयी -नयी धारायें।
केवल अपने लिए नहीं है।
अपना यह जीवन
देश, राष्ट्र की सेवा में हो
अर्पित यह तन-मन।
जूठन की ढेर में
चावल के दाने को ढूंढती
नन्हीं-नन्हीं उंगलियां।
सूखती अंतड़ियों के लिए भी
जीवन में कुछ करना होगा,
संवेदनशील होना ही होगा।
जीवन अतीत के क्षण की थाती है
भावी के सपनों की दीपक बाती है,
सबके प्रति प्रेम, दयाभाव ही जीवन है।
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🏵🔔कालिका प्रसाद सेमवाल
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"काव्य रंगोली परिवार से देश-विदेश के कलमकार जुड़े हुए हैं जो अपनी स्वयं की लिखी हुई रचनाओं में कविता/कहानी/दोहा/छन्द आदि को व्हाट्स ऐप और अन्य सोशल साइट्स के माध्यम से प्रकाशन हेतु प्रेषित करते हैं। उन कलमकारों के द्वारा भेजी गयी रचनाएं काव्य रंगोली के पोर्टल/वेब पेज पर प्रकाशित की जाती हैं उससे सम्बन्धित किसी भी प्रकार का कोई विवाद होता है तो उसकी पूरी जिम्मेदारी उस कलमकार की होगी। जिससे काव्य रंगोली परिवार/एडमिन का किसी भी प्रकार से कोई लेना-देना नहीं है न कभी होगा।" सादर धन्यवाद।
कालिका प्रसाद सेमवाल
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