संकल्प लो
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भाग्य भरोसे कभी न रहना,
कर्म ही जीवन बनाता,
कर्म जैसे करेंगे वैसा भाग्य बनेगा।
कर्म करो हमेशा अच्छे,
बुरे कर्म है नरक के द्वार,
जो भी अच्छा कर्म करेगा,
उसके जीवन में चमत्कार।
अपने हाथों से कभी किसी को,
नहीं क्षति हम पहुंचायेंगे,
ऐसा संकल्प हमको लेना है,
जीवन में आनंद की अनुभूति हम पायेंगे।
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कालिका प्रसाद सेमवाल
रुद्रप्रयाग उत्तराखंड
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