कैलाश दुवे होशंगाबाद

ख़ामोश रह ऐ जिन्दगी अभी वक्त लगेगा ,


तुझे मुझ जैसा बड़ी मुश्किल से मिलेगा ,


अभी तो तन्हाई का वक्त है ,


वरना तुझसा दोस्त मुझे कहां मिलेगा ,



Kailash , Dubey ,


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