💀कैरोना आतंक😢
विपदा है चारों तरफ , कैरोना आतंक।
त्राहि त्राहि जग में मचा , राजा हो या रंक।।
रहें सहज परहेज से, स्वच्छ रहे इन्सान।
नमस्कार बस दूर से, अर्पण हो सम्मान।।
मास्क पहन निकलें सभी , बचें सर्दी जुकाम।
करें स्वयं की सुरक्षा , करें गेह विश्राम।।
मांसाहारी मत बने , तजें नशा का रोग।
पान करें ऊष्मित सलिल, करें सभी सहयोग।।
रखें ध्यान संतान का, स्वच्छ रखें परिवेश।
सदा चिकित्सक मंत्रणा, स्वयं स्वस्थ हो देश।।
कवि✍️डॉ. राम कुमार झा "निकुंज"
"काव्य रंगोली परिवार से देश-विदेश के कलमकार जुड़े हुए हैं जो अपनी स्वयं की लिखी हुई रचनाओं में कविता/कहानी/दोहा/छन्द आदि को व्हाट्स ऐप और अन्य सोशल साइट्स के माध्यम से प्रकाशन हेतु प्रेषित करते हैं। उन कलमकारों के द्वारा भेजी गयी रचनाएं काव्य रंगोली के पोर्टल/वेब पेज पर प्रकाशित की जाती हैं उससे सम्बन्धित किसी भी प्रकार का कोई विवाद होता है तो उसकी पूरी जिम्मेदारी उस कलमकार की होगी। जिससे काव्य रंगोली परिवार/एडमिन का किसी भी प्रकार से कोई लेना-देना नहीं है न कभी होगा।" सादर धन्यवाद।
कवि✍️डॉ. राम कुमार झा "निकुंज"
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