होली की बधाईयाँ और हार्दिक शुभकामनाएँ समस्त साहित्यिक ,सामाजिक और पारिवारिक मित्रों ,बन्धुवान्धवों को ❤️🙏❤️
शीर्षकः बधाईयाँ सतरंग
होली के सतरंग से, मिले खुशी और चैन।
खिले चमन माँ भारती , प्यार भरे हो नैन।।१।।
वर्धापन शुभकामना , दूँ होली उपलक्ष्य।
सुखद प्रगति नित जिंदगी,हो नारी संरक्ष्य।।२।।
मिटे सकल संताप जग, समरस हो सम्बन्ध।
रंगों का त्यौहार हो, त्याग प्रीति अनुबन्ध।।३।।
रहें स्वस्थ सत्कीर्तिपथ , झूमें खुशी उमंग।
होली की मनमीत दूँ , बधाईयाँ सतरंग।।४।।
तजें वतन गद्दारियाँ ,करें सबल निज देश।
होली हो समरस अमन,दें प्यार भरा संदेश।।५।।
कवि✍️डॉ. राम कुमार झा "निकुंज"
"काव्य रंगोली परिवार से देश-विदेश के कलमकार जुड़े हुए हैं जो अपनी स्वयं की लिखी हुई रचनाओं में कविता/कहानी/दोहा/छन्द आदि को व्हाट्स ऐप और अन्य सोशल साइट्स के माध्यम से प्रकाशन हेतु प्रेषित करते हैं। उन कलमकारों के द्वारा भेजी गयी रचनाएं काव्य रंगोली के पोर्टल/वेब पेज पर प्रकाशित की जाती हैं उससे सम्बन्धित किसी भी प्रकार का कोई विवाद होता है तो उसकी पूरी जिम्मेदारी उस कलमकार की होगी। जिससे काव्य रंगोली परिवार/एडमिन का किसी भी प्रकार से कोई लेना-देना नहीं है न कभी होगा।" सादर धन्यवाद।
कवि✍️डॉ. राम कुमार झा "निकुंज"
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