अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं बहुत बहुत बधाई
जय माँ शारदे
नमन मंच
विषय नारी
विधाता छंद
कभी जननी कभी तनुजा कभी पत्नी कहाती है ,
लुटाकर सब तुम्हारे पर वही आँसू बहाती है।
छुपाकर कष्ट वो खुद के तुम्हें हरपल हँसाती है ,
वही राजा बनाती है वही ईश्वर बनाती है।
कवि संदीप कुमार विश्नोई
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