कुमार कारनिक   (छाल, रायगढ़, छग)


      *हार-जीत*
 (मनहरण घनाक्षरी)
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मान लो  तो  हार होगी,
ठान लो तो जीत होगी,
जीत के  अधिकारी हो,
      फल तुम्हे मिलेगी।
💪🏼💐
राशियों  के  चक्कर  है,
मिला  तुम्हे  टक्कर  है,
कर्म  ही  पूजा  तुम्हारी,
       सफलता मिलेगी।
🏵💪🏼
डगर     खुद     बनाते,
लक्ष्य  को  हम मिटाते,
ये   हमारा   कर्तव्य  है,
      श्रेय तुम्हे मिलेगी।
💪🏼🌸
लक्ष्य दिल मे  बसाओं,
स्वयं को योग्य बनाओं,
सोच   से   बड़े   बनेंगे,
    तभी जीत मिलेगी।
🌼💪🏼


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