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🌞सुबह🙏🏼सबेरे🌞
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*भारत के लोग*
मनहरण घनाक्षरी
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भारत के हम लोग,
करें नित ध्यान योग,
आपस में मेल-जोल,
यही मजबूती है।
🤝🏻🌸
अनेक है बोली भाषा,
कभी न रहे निराशा,
विविध है जाति धर्म,
हमारी संस्कृति है।
🌼🤝🏻
बड़ों का अभिनंदन,
मात-पिता का वंदन,
आदर करते सब,
यही तो जागृति है।
🤝🏻🏵
भाव भरते मन में,
जोश जगाते तन में,
हिम्मत से होते काम,
हमारी प्रगति है।
*कुमार🙏🏼कारनिक*
(छाल, रायगढ़, छग)
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