कुमार कारनिक  (छाल, रायगढ़, छग)  


  *हाथी से परेशान*
   मनहरण घनाक्षरी
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हाथियों    से   परेशान,
है    फसल    नुकसान,
होते    सब   हलाकान,
         फसल बचाईये।
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जंगल   से  आते  गांव,
चुपके   से   दबे   पांव,
दशहत  मे   है    जान,
        जिंदगी बचाईये।
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नित   पेड़   कट   रहा,
वन   नही    बच   रहा,
वो जाएं तो जाएं कहां,
         जंगल बचाईये।
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अभ्यारण्य  बनाना  है,
पशुओं  को  बचाना है,
वनों  से  है  जिनगानी,
     स्वयं को जगाईये।



■छग के वन ग्रामों में 
हाथियों  का  दशहत है,
इस    समस्याओं    को 
 उकेरने    की   कोशिश 
किया है।■
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कुमार कारनिक
 (छाल, रायगढ़, छग)  


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