निशा"अतुल्य"
देहरादून
गीत
12.3.2020
नवसृजन की ओर बढो
चलो उठो चलो उठो
रीत नई चलाएंगे
सब मिल कर निभाएंगे
छोड़ो राग द्वेष को अब
बढ़े चलो बढ़े चलो
नवसृजन की ओर बढ़ो
चलो उठो चलो उठो
सर्वधर्म समभाव रखो
ईश्वर एक है ये जानो
मिल कर सब स्तुति करो
अपने पथ पर अडिग रहो
नवसृजन की ओर बढ़ो
चलो उठो चलो उठो
देश का नव निर्माण करो
भ्रष्टाचार निज तजो चलो
होगी आभा नई नई
सुबह सुन्दर शाम नई
नवसृजन की ओर बढ़ो
बढ़े चलो बढ़े चलो
कर्तव्य निज निभाएंगे
स्वप्न सभी साकार करो
जीवन सुरम्य होगा तब
जब जीवन मे साथ चलो।
नवसृजन की ओर बढ़ो
बढ़े चलो बढ़े चलो
स्वरचित
निशा"अतुल्य"
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