सुप्रभात
महिला दिवस की ढ़ेर सारी शुभकामनाएं महिलाओं को,
गर्व करिए कि आप महिला हैं ।
सृष्टि की निर्मात्री हैं जहाँ खड़ी होती हैं वहीं अपना घर बना लेती हैं ।ऐसी विलक्षण प्रतिभा की धनी महिलाएं को नमन है ।
अपनी शक्ति को पहचानिए जिन दानवों का संगहार देव खुद नही कर पाए उसके लिए देवी का प्रारदुर्भाव किया ।
जय हो गर्व कीजिये आप महिला हैं ।
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"काव्य रंगोली परिवार से देश-विदेश के कलमकार जुड़े हुए हैं जो अपनी स्वयं की लिखी हुई रचनाओं में कविता/कहानी/दोहा/छन्द आदि को व्हाट्स ऐप और अन्य सोशल साइट्स के माध्यम से प्रकाशन हेतु प्रेषित करते हैं। उन कलमकारों के द्वारा भेजी गयी रचनाएं काव्य रंगोली के पोर्टल/वेब पेज पर प्रकाशित की जाती हैं उससे सम्बन्धित किसी भी प्रकार का कोई विवाद होता है तो उसकी पूरी जिम्मेदारी उस कलमकार की होगी। जिससे काव्य रंगोली परिवार/एडमिन का किसी भी प्रकार से कोई लेना-देना नहीं है न कभी होगा।" सादर धन्यवाद।
निशा अतुल्य
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