निशा"अतुल्य"

कैसे बचें
22.3.2020


जिंदगी की जद्दोजहद बे शुमार है 
बोलो कैसे बचें साथ कौन दिलदार है
रात दिन रोना इस कोरोना का 
बोलो कैसे बेड़ा होए अब पार है ।


हाथ बार बार धोएं नही किसी को छुएं
नमस्ते को अपनाएं जिसे भूले हम यार हैं।


आँख नाक न छुएं रखना ख्याल है 
बचने का एक तरीका जनता कर्फ्यू आज है ।


भीड़भाड़ में जाना नही,कोई कार्यक्रम करना नही
रहे सुरक्षित तो हर दिन त्यौहार है ।


टूटेगी जो चेन ये सुरक्षित होंगे सभी 
बस नियम पालन करो देश सब साथ है।


कोरोना को हराना है देश को बचाना है 
सब ऐसे बोल रहे बोलो कैसे बचें भाई।


आज बस घर मे रहो जाना नही बाहर है
मान ली जो ये बात तभी होगा बेड़ा पार है ।


घबरना नही है विषाणु भले ही भीषण घातक है 
मिल कर कोरोना हराएंगे संस्कृति बचाएंगे 
सब जन जनता कर्फ्यू निभाएंगे।


स्वरचित
निशा"अतुल्य"


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