नूतन लाल साहू

सावधान
हंसकर जी लो
मुस्कुराकर जी लो
कोरोना वायरस से
सावधान होकर जी लो
बासी मुंह गरम पानी
दो तीन गिलास पी लो
मानव जीवन है,अनमोल रतन
सदाचार और संयम से जी लो
पद धन बल,तेरा काम न आयेगा
डाक्टरों का कहना,मानकर जी लो
गरम गरम ताजा ताजा
छत्तीसगढ़ी ब्यंजन खा के जी लो
हंसकर जी लो
मुस्कुराकर जी लो
कोरोना वायरस से
सावधान होकर जी लो
शान शौकत को कुछ दिन भुलाना है
देश को खतरे, से बचाना है
न जाओ,आलीशान होटल
न जाओ,कुछ दिन बार में
घर को बना लो
मंदिर मस्जिद, तुम
हंसकर जी लो
मुस्कुराकर जी लो
कोरोना वायरस से
सावधान होकर जी लो
मुर्गी बकरा,तो
बार बार मिल जायेगा
मानव जीवन को
दोबारा नहीं पायेगा
हम फूल कली है
महफ़िल बगिया के
वीर सपूत सरहद पे अड़ा है
मान मान कहना को, मान
हंसकर जी लो
मुस्कुराकर जी लो
कोरोना वायरस से
सावधान होकर जी लो
नूतन लाल साहू


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