नूतन लाल साहू

होली
रंग डालेव,गुलाल डालेव
हर रंग मा,नहला डालेव
तन हे काला, मन हे काला
कइसे बनावव,गुलाबी वाला
होली में रंग,जमाना है
कविता में,भंग मिलाना है
होली हे,होली हे,होली हे
होली हे,होली हे,होली हे
कुछ पीते है अउ पिलाते हैं
जो नहीं पीता,उन्हें जलाते हैं
असली नशा तो,प्रभु भक्ति में है
कोई भी रूप में,प्रभु आ जाते है
भक्त प्रहलाद की बात करो
नरसिंग अवतार की याद करो
रंग डालो, गुलाल डालो
प्रेम रंग में रंग,जाना है
होली में रंग,जमाना है
कविता में भंग मिलाना है
होली है,होली है,होली है
होली है,होली है,होली है
देश प्रेम में बंध जाओ
हृदय स्पर्शी,रंग लगाओ
होली में,कोई सजते है
कोई हसते है,कोई रोते हैं
रंग डालेव,गुलाल डालेव
हर रंग मा,नहला डालेव
तन हे काला,मन हे काला
कइसे बनावव,गुलाबी वाला
होली में रंग,जमाना है
कविता में,भंग मिलाना है
होली है,होली है,होली है
होली है,होली है,होली है
नूतन लाल साहू


 


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