प्रतिभा प्रसाद कुमकुम

(023)         प्रतिभा प्रभाती


देव भूमि में देव संस्कृति ।
सारे विश्व अपनाएं ।
शंखनाद कर देश जगाएं ।
कोरोना दूर भगाएं ।
नित नमन नित निजता नीति ।
वायरसों से होती दूरी ।
कर जोड़ कर वंदन करना ।
देव संस्कृति है भली ।
मात तात को वंदन करना ।
गुरु गुरुवर चरणन लागी ।
निस दिन उठकर प्रात: प्रात: में ।
चराचर  वंदन ‌क्यूँ त्यागी ।
पौधों को पानी देना ।
इन्हें बचाकर ही रखना ‌।
देश धरा बच जाएगा ।
संग संग हम तुम ।
जीवित रह पाएंगे ।।


 


🌷 प्रतिभा प्रसाद कुमकुम
      दिनांक  23.3.2020......



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