😌 नई सदी का मानव बम 😌
नहीं तीर तलवार की,
आज ज़रूरत यार।
जिसको चाहो मार दो,
बिना तीर तलवार।
है कोरोना वायरस,
मानो तुम हथियार।
जिसको चाहो मार दो,
हाथ मिला दो बार।
मानव बम अब एक क्या,
ज़ग में कई हज़ार।
कैसी आज विडम्बना,
मन में करो विचार।
मचा हुआ हर देश में,
देखो हार हाहाकार।
सफल परीक्षण हो गया,
हम तो कहते यार।
नहीं बनेंगे तोप अब,
और नहीं मोर्टार।
अब कोरोना वायरस,
ही होगा हथियार।
झूठ नहीं है सच यही,
करो नहीं तक़रार।
दुश्मन को अब मिल गया,
बिना खर्च हथियार।
।। राजेंद्र रायपुरी।।
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