😊मन अति उछाह😊
चैत्र माह,
मन अति उछाह,
रामनवमी संग,नवरात्रि।
बहेगी,
भक्ति की बयार,
देश और प्रदेश।
गूॅ॑जेंगे,
माॅ॑ के जयकारे।
होगी आराधना,
शक्ति की,
करने नाश,
दूष्टों का।
है मास,
ये ख़ास।
होगा,
नव-वर्ष का,
आरंभ,
इसी मास।
तभी तो है,
मन अति उछाह।
।। राजेंद्र रायपुरी।।
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