*होली के संकेत*
विधा: गीत
दिल में उठाने लगे तरंगे,
तो समझ लेना होली आ गई।
मिलने को जी मचले,
तो समझ लेना होली आ गई।
मंगेतर की याद तड़पाये,
तो समझ लेना होली आ गई।
चेहरे पर खिलने लगे रंग,
तो समझ लेना होली आ गई।
दिल की धड़कने बढ़ने लगे,
तो समझ लेना होली आ गई।
आंखे यहां वहां देखने लगे,
तो समझ लेना होली आ गई।
ठंडी ठंडी सांसे तेज होने लगे,
और सपनों में वो दिखाने लगे।
तो समझ लेना होली आ गई।
मनमीत की याद पलपल आये,
और रात भर नींद न आये,
तो समझ लेना होली आ गई।
उनके स्पर्श से बेचैन हो जाओ,
तो समझ लेना होली आ गई।
पिया से मिलने की तड़प जगे,
तो समझ लेना होली आ गई।
देख राधाकृष्ण को रंगों में,
नाच उठे नवयुगल जोड़े।
तो समझ लेना होली आ गई।।
जय जिनेन्द्र देव की
संजय जैन बीना(मुम्बई)
11/03/2020
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