आओ हमारे पास सांवरे खेलेंगी होली
लोकलाज छोड़ आई गोपिन की टोली
अपने ही रंग में रंगों मुरलीधर घनश्याम
तेरे रंग में रंगकर कभी न सताए काम
प्रीति भरी गुलाल लगाओ माथे पै रोली
आओ हमारे पास सांवरे खेलेंगी होली
मलो अबीर गुलाल भीग जाए तन मन
तेरे रंग से रंगकर धन्य हो जाए जीवन
मिले सुखद अनुभूति हृदय बने रंगोली
आओ हमारे पास सांवरे खेलेंगी होली।
होली हार्दिक शुभकामनाएं🌹🌹🌹🌹🌹🙏🙏🙏🙏🙏
सत्यप्रकाश पाण्डेय
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