महिला दिवस के पावन अवसर शुभकामनाओं के साथ समर्पित ये पंक्तियां।
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नारी वेद है नारी पुराण है
माँ सृष्टि का आधार है,
गंगा सी पावन हैं परम
नारी खुशियों की संसार है –
काशी है नारी काबा है नारी
गीता है नारी कुरान है
सर्वस्व न्यौछावर जो करे
नारी वात्सल्य है वो प्यार है –
करुणा दया की भाव नारी
आंचल में ममता को लिए
है स्वर्ग चरणों में जहां
नारी सर्व तीरथ बार है –
नारी आयते है कुरान की
नारी श्लोक गीता की यहाँ
नारी बायबिल गुरु ग्रन्थ साहिब
नारी सृष्टि सृजन का आधार है –
नारी धुप में एक छांव है
नारी स्नेह उर की स्वभाव है
नारी ज्ञान मान प्रदायिनी
नारी भाव की संसार है –
धरती है नारी आकाश नारी
अपनत्व का एहसास नारी
करते नमन सादर हैं हम
चरणों में शिवम् स्वीकार है !
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शिवानंद चौबे
भदोही यूपी
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