श्याम कुँवर भारती (राजभर) गीतकार /कवि /लेखक  ढोरी ,बोकारो ,झारखंड 

चंद शेर 
• जितना चाहा तुझको क्या मेरा हो गया तू |
कितना यकीन दिलाया क्या मेरा हो गया तू |
• दिल मे जो नाम उसे जुबां पर लाते क्यो नही |
करके इकरार उससे गले मिल जाते क्यो नहीं |
• पुछते हो तुम्हें मै दिलाऊँ यकीन कैसे |
लेके मेरा नाम तू बन गया हसीन कैसे |
• प्यार भी इंकार भी और तकरार भी |
कहते क्यो नहीं तुम्हें इश्क हमी से है | 
• तुम मुझसे दूरिया बनाए बैठे हो |
दिल मे क्या गम है छुपाए बैठे हो |
• दिखाते हो हुश्ने आफ़ताब जलवा जमाने को | 
इक हमी से परदादारी किया करते हो तुम |
• तुम समझते हो तुम्हारी खामोशी समझ न पाएंगे |
मेरी मोहब्बत का बोझ दिल पर न लिया करो तुम |
• अब दिल ही दिल बात कर लेंगे हम |
इस तरह तेरे दिल घर कर लेंगे हम |  


श्याम कुँवर भारती (राजभर)
गीतकार /कवि /लेखक 


ढोरी ,बोकारो ,झारखंड 
मोब -9955509286


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