भरत नायक "बाबूजी" लोहरसिंह, रायगढ़(छ.ग.)

*"हे भारत महान!"* (गीत)
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*हे भारत महान! हे भूमि की शान! तुमको है लाखों प्रणाम।
तुमको है लाखों प्रणाम।।
माटी है चंदन, करते हैं वंदन, पावन तुम्हारा है नाम।
तुमको है लाखों प्रणाम।।


*ममता की मूरत, समता की सूरत, बहे सरिता पवित्रता की।
शांति का संदेश, है साधु सम वेश, मिसाल है मित्रता की।।
भाव भरे मन में, जोश जगे तन में, अल्लाह का हुस्न, रूप-राम।
तुमको है लाखों प्रणाम।।


*लगे प्यारा वतन, है सुहाना चमन, यह पुष्पों से भरी क्यारी।
झरने हैं झरते, वन मन को हरते, है शोभा यहाँ की न्यारी।।
निधियों का स्थान, हरा हिंदुस्तान, स्वर्ग तुम्हारा है धाम।
तुमको है लाखों प्रणाम।।


*अटल चट्टान बन, काल का काल बन, हम तोड़ेंगे सबका भरम।
चमकायें भाग्य, भगायें दुर्भाग्य, हम खाते तुम्हारी कसम।।
करेंगे कुर्बान, जान पर हम जान, होने न देंगे स्याह-शाम।
तुमको है लाखों प्रणाम।।
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मरत नायक "बाबूजी"
लोहरसिंह, रायगढ़(छ.ग.)
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