अंकिता जैन'अवनी अशोकनगर

"महावीर और हम"
आज भगवान महावीर की कमी तब बहुत खलती है, जब हम अपने चारों ओर देखते हैं और बड़ी तादाद में हिंसा और व्यभिचार का माहौल पाते हैं।
मानव जीवन में झूठ बोलना, किसी का दिल दुखाना, किसी  व्यक्ति से ईष्या भाव रखना बहुत आम बात कही जाती है।
पर यही आम बात हम इंसानों के जीवन पर अच्छा-खासा प्रभाव डालती है।
जब बढ़ती हुई तृष्णा व्यक्ति को सुकून से बैठने नहीं देती,हर क्षण हमारा जीवन मोह-माया में फंसा रहता है।
बिना अच्छा-बुरा सोचे हम निरंतर एक ऐसी दिशा में जा रहें हैं, जहां केवल निराशा, अकेलापन और असंतुष्टि है, वहीं यदि हम भगवान महावीर के संदेशों को समझें तो निश्चित तौर पर एक खुशहाल और खूबसूरत जीवन जी सकते हैं।
महावीर के सत्य, ब्रह्मचार्य, अहिंसा, अपरिग्रह,अस्तेय के सिद्धांत और उनका दिया गया प्यारा सा संदेश"जियो और जीने दो"को हम आत्मसात कर लें तो सच में हमारे जीवन और हमारी दुनिया में सदा प्रेम, शांति, परस्पर सहयोग, भाईचारा और सदाचार के गुण सदा विद्यमान रहेंगे।
जय जिनेन्द्र🙏🙏🙏
😊अंकिता जैन'अवनी'😊


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