भुवन बिष्ट               रानीखेत (अल्मोड़ा)                    उत्तराखंड

*जय वीणावादनी*
नित नित मैं तेरा ध्यान करूँ,
हे  माँ  तेरा गुणगान करूँ।
        हंस सवारी मां कहलाती,
        वाणी में भी है बसती।
सदमार्ग मिले हे मातेश्वरी,
जब जब वीणा है बजती।
        वीणा की झंकार बजा दे,
        ज्ञान का तरकश हे मां भर दे।
रज तेरे चरणों की बनूँ,
विनती मैं बारम्बार करूँ,
        ज्ञानप्रदायनी वीणावादनी,
       माँ तेरी जयकार करूँ।
नित नित मैं तेरा ध्यान करूँ,
हे  माँ  तेरा गुणगान करूँ।।.....
               ........भुवन बिष्ट
              रानीखेत (अल्मोड़ा)
                   उत्तराखंड


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